Option Trading in Hindi 2023 | ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?

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ट्रेडिंग से लोग आज काफी पैसे कमा रहे है। इसके बारेमे आपने भी कई बार सुना होगा। आप सोशल मीडिया यूज़ करते है। तो सोशल मीडिया पर आपने एड्स देखे होंगे। इसी में ही काफी लोग ऑप्शन ट्रेडिंग करते है। ऑप्शन ट्रेडिंग यह बताते है की आप कम इन्वेस्टमेंट में ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।

जो की सच बात है पर ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है? इसके बारेमे हम जानने वाले है। सबसे पहले मैं आपको एक बात बता दू की ऑप्शन ट्रेडिंग काफी रिस्की है। आप अगर इसे सही knowledge नहीं करते है। तो इसमें आपको ज़बरदस्त लॉस भी हो सकता है। हम ऑप्शन ट्रेडिंग करें यह सलाह बिलकुल नहीं दे रहे है।

हम आपको इसके बारेमे जानकरी दे रहे है। आप इसके बारेमे पूरी जानकरी लेकर और अपनी ज़िम्मेदारी से ट्रेडिंग करे। अब सबसे पहले हम देखते है की ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?

Option Trading in Hindi

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है? (Option Trading in Hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग को अच्छे से समजने के लिए आपको derivatives को समजना होगा। derivatives का मतलब होता है जिनकी खुद की वैल्यू नहीं होती। derivatives की वैल्यू दूसरे चीज़ो पर डिपेंड करती है। जैसे इसे उदाहरण से समझते है। जैसे हम किसी पेपर एसेट में अपने पैसे इन्वेस्ट करते है।

पेपर एसेट का मतलब है बॉन्ड इन सब में हम पैसे इन्वेस्ट करते है। तो देखा जाये तो बॉन्ड की खुद की वैल्यू क्या है। पर इसमें सामने वाला आपको ये guarantee दे रहा है। इसी लिए बॉन्ड की वैल्यू है और इसमें गवर्नमेंट भी इन्वॉल्व होती है। इसी लिए हम बॉन्ड में पैसे इन्वेस्ट करते है। इन्हे हम derivatives कह सकते है।

जिनकी खुद की वैल्यू नहीं है जिनकी वैल्यू दूसरे चीज़ो पर डिपेंड करती है। सोना भी एक तरह का derivative ही आप समज सकते है। अब आपने derivatives को समझा अब हम देखते है की ये ऑप्शन से कैसे कनेक्ट करता। है ऑप्शन भी असल में एक derivative ही है। जिसकी खुद की कोई वैल्यू नहीं होती है।

ऑप्शन क्या है? (Option kya hai)

अब हम समझते है की ऑप्शन क्या है? तो ऑप्शन भी एक derivative है। ऑप्शन की वैल्यू उस ऑप्शन के शेयर पर डिपेंड करती है। अब ऑप्शन क्या है इसे भी example से समझते है। आप मान लीजिये आज नया मोबाइल खरीदने शॉप में गए। शॉप में आपको एक मोबाइल पसंद आया।

उस दुकानदार से इस मोबाइल की किंमत पूछी। तो उसने बताया की 20 हज़ार का ये फ़ोन आप ले सकते है। अब आपको यह फ़ोन पसंद आया है। पर आपको इस फ़ोन का ग्रीन कलर चाहिए। दुकानदार आपको कहता है की इस फ़ोन का ग्रीन कलर अभी उसके पास नहीं है।

पर वह आपको कहता है की सर अगले हफ्ते आपको ग्रीन कलर मिल जायेगा। पर यहाँ एक प्रॉब्लम यह है की आपको यह लगता है की यह फ़ोन मार्केट में काफी बिक रहा है। तो कंपनी इसकी किंमत बढ़ा न दे और 20 हज़ार का फ़ोन कई 24 या 25 हज़ार न हो जाये।

तो यैसे में आप क्या करते है की इस दुकानदार को एक टोकन अमाउंट देते है। वह टोकन अमाउंट 2 हज़ार है तो आप उस दुकानदार को ये कहते है की यह मेरे 2 हज़ार रखो और मेरी इस स्मार्टफोन की ग्रीन कलर की बुकिंग करदो। इसमें आप उसे 2 हज़ार देते है और वह आपकी बुकिंग कराकर आपको एक पर्ची देता है।

जिसमे 2 हज़ार जमा और 18 हज़ार बाकि इस तरह लिखा जाता है। अब यहाँ आप सेफ हो गए अब ये स्मार्टफोन कितना भी महंगा हो जाये आपको ये 20 हज़ार का ही मिलेगा। अब आप एक हफ्ते बाद उस दुकानपर गए। दुकानदार से पूछा की ग्रीन कलर का स्मार्टफोन आ गया। तो उसने आपसे कहा की सर स्मार्टफोन तो आ चूका है।

पर अब स्मार्टफोन 16 हज़ार का हो चूका है। अब आप उससे पूछते है की एक हफ्ते पहले तो यह 20 हज़ार का था। अब कैसे 16 हज़ार का हो गया तो दुकानदार कहता है की सर अभी दिवाली की सेल चल रही है। इसी लिए और कंपनी ने लेटेस्ट मॉडल लांच किया है। तो इसी लिए यह स्मार्टफोन 4 हज़ार रुपये सस्ता हो गया है।

अब आपके सामने दो रास्ते है आपने पहले 2 हज़ार दिए है। तो बाकि के 18 हज़ार रुपये देकर उस स्मार्टफोन को खरीद लीजिये या उस 2 हज़ार के टोकन को भूल जाये और 16 हज़ार में उस स्मार्टफोन को खरीद लीजिये। आप अगर 18 हज़ार में उसे टोकन के हिसाब से खरीदते है। तो आपको 4 हज़ार का नुकसान होगा।

आप अगर उसे 16 हज़ार में खरीदते है। तो आपका 2 हज़ार का यानि टोकन के पैसो का नुकसान होगा। अब कोई भी समझदार इंसान टोकन को फाड़ देगा और 16 हज़ार में नया स्मार्टफोन ले लेगा। अब यहाँ आप देखें तो दोनो ही केस में दुकानदार को ही फायदा हो रहा है। आप अगर 16 हज़ार में इस स्मार्टफोन को ख़रीदे या 18 हज़ार में।

फायदा तो दुकान वाले को ही हो रहा है। पर अगर आपके हिसाब से 20 हज़ार का फ़ोन 25 हज़ार का हो जाता। तो इस कैसे में दुकानदार हो 5 हज़ार का नुकसान होता। आपने तो 20 हज़ार में फ़ोन की बुकिंग कर ली अब फ़ोन 25 हज़ार का भी होता है। तो आपको उसे ये फ़ोन 20 हज़ार में ही देना होगा।

अब ये तो हमने एक example से समझा पर असल में भी ऑप्शन यैसी ही काम करते है। जैसे आपको लगता है की किसी कंपनी का शेयर ऊपर जाने वाला है। तो आप उसमें call option buy करके पैसे लगा सकते है। इसमें आप जो पैसे option खरीदने के लिए लगा रहे है उसे premium कहा जाता है।

Call and Put ऑप्शन क्या है? (Call and Put Option in Hindi)

ऑप्शन क्या है ये तो हमने अभी समज लिया है। अब आपको Call and Put को समझाना होगा। Call का मतलब होता है की अगर आप किसी ऑप्शन को खरीदते है। तो आपको वहा पर तो चीज़े देखने को मिलती है। Call और Put आप अगर कॉल ऑप्शन को खरीदते है। तो आपको प्रॉफिट तब होगा जब स्टॉक ऊपर जायेगा।

Put ऑप्शन आप तब खरीदते है जब आपको लगता है की कोई स्टॉक निचे जायेगा। तो यहाँ आपको यह समझना है की Call ऑप्शन मतलब ऊपर जायेगा तो प्रॉफिट होगा। Put Option मतलब निचे जायेगा तो प्रॉफिट होगा। इसे अच्छे से एक example से समझने की कोशिस करते है।

आप अगर कोई शेयर में ट्रेडिंग करना चाहते है। अब आपको लगता है की यह शेयर जो अभी 100 रुपये का मार्केट में है। यह 2 हफ्ते बाद 150 का होगा अब आप इसमें इस शेयर का Call Option ले सकते है। अब आपने 2 हफ्ते बाद के आसपास का Call Option खरीद लिया। अब एक हफ्ते बाद आपकी बात सही निकली।

वह शेयर जो 100 रुपये का था वह अब 160 हो गया है। तो इसमें आपने Call Option को ख़रीदा है। तो आपको इसमें प्रॉफिट होना शुरू होगा किउ की आपकी बात सही निकली। पर अगर वह शेयर 100 रुपये से निचे आता तो आपको लॉस होना शुरू हो जाता।

पर आप अगर Put Option को खरीदते तो आपको यह शेयर 100 से 160 होने पर लॉस होता। Put खरीदने पर आपको पैसे तब मिलेंगे जब वह शेयर निचे की तरफ आता है। अब आपको समज में आया होगा की Call और Put क्या है और आपको क्या खरीदने पर प्रॉफिट व लॉस हो सकता है।

ऑप्शन Buying और Selling क्या होता है?

Call और Put समझने के बाद आपको ये समझना होगा। Option Buy और Sell क्या होता है। इसमें काफी सारे लोग कंफ्यूज होते है। Buy का मतलब है की खरीदना और Sell का मतलब है बेचना। जैसा मैंने आपको बताया की आप अगर Call खरीदते है तो स्टॉक ऊपर जाने पर आपको प्रॉफिट होगा।

आप अगर Put खरीदते है तो स्टॉक गिरने पर आपको प्रॉफिट होगा। इसके उल्टा Option Selling में होता है। आप अगर Call Option Sell करते है और वह शेयर ऊपर जाने लगता है। तो आपको लॉस होगा आप अगर Call Option सेल करते है। इसके बाद अगर वह शेयर नीचे गिरने लगता है तो आपको प्रॉफिट होगा।

इसके अलावा एक और concept आपको क्लियर करना होगा। In the Money, At the Money, Out of the Money यह भी आपको क्लियर होना जरूरी है। In the Money का मतलब है अगर शेयर 100 रुपये का है। आप अगर 60 रुपये का ऑप्शन खरीद रहे है। तो इसे हम In the money कहते है।

आप अगर 100 रुपये का शेयर है और 110 का ऑप्शन ले रहे है। इसे हम At the Money कहते है। इसके साथ ही शेयर 100 का है और आप 150 रुपये का ऑप्शन ले रहे है। तो इसे Out of The Money कहा जाता है। अब ये सारी बाते जो मैंने आपको बताई है। मुझे लगता है इसमें से कुछ बाते आपको समझ में नहीं आयी होंगी।

पर इसके रिलेटेड आप स्टडी कीजिये। आप इस रिलेटेड youtube पर कुछ वीडियोस देख सकते है। मैं आपको कहूंगा की कुछ books भी आप पढ़ सकते है। इस तरह आप धीरे धीरे ऑप्शन ट्रेडिंग का पूरा गणित समज में आयेंगे। ऑप्शन ट्रेडिंग सच में रिस्की है इससे बिना सीखे बिलकुल भी मत कीजिये।

Option Buying और Selling में क्या अंतर है

  • option को buy और sell करना इनमें काफी ज्यादा अंतर है। इसमें सबसे पहले यह की option buying में आपको unlimited प्रॉफिट हो सकता है। loss buying में काफी ज्यादा लिमिटेड है।
  • आप ज्यादा से ज्यादा आपका दिया हुआ प्रीमियम ही लॉस में दे सकते है। पर option selling में profit limited होता है। पर loss आपका unlimited हो सकता है।
  • पर आपको मैं एक बात बता दू की ऑप्शन trading में सबसे ज्यादा पैसे option selling करने वाला ही कमाता है। इसकी वजह यह है की जो option seller है वह काफी एक्सपीरियंस वाला इंसान होता है।
  • option selling में आपको पैसे भी काफी सारे लगता है। इसी लिए लोग option buying करते है पर option buying में देखा गया है की loss होता है। option sell जो कर रहा है वह काफी एक्सपीरियंस वाला है।
  • इसी लिए वह ऑप्शन सेल कर रहा है तो यह बात आपको ध्यान में रखनी है।

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क्या मैं ऑप्शन ट्रेडिंग से अमीर बन सकता हूं?

यह कहना काफी मुश्किल होगा पर कुछ लोग ऑप्शन ट्रेडिंग से अमीर बने है। पर आप बनेंगे या नहीं ये depend करेगा की आपकी knowledge किस लेवल की है।

ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने में कितना समय लगता है?

ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको 2 साल का समय लग सकता है। आप नॉलेज तो इसकी वीडियोस या कोर्स से ले लेंगे। पर जब तक आप प्रैक्टिकल तरीके से ट्रेडिंग नहीं करते आप इसे नहीं सीख सकते है। तो इसी लिए मैंने कहा की आपको 2 साल का कम से कम समय इसमें देना चाहिए।

ऑप्शन बेचकर आप कितना कमा सकते हैं?

option selling से आप इतने ही पैसे कमा सकते है। इससे आप पैसे कमा सकते है पर इसमें प्रॉफिट लिमिटेड होता है।

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4 thoughts on “Option Trading in Hindi 2023 | ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?”

    • Aap suru to kitne bhi paiso kar sakte hai. But ek baat ka dhyan dena ki its Risky. Aap suru me bilkul jyada paise se trading mat kijiye. Aap jyada se jyada 5 hazar se iski starting kar sakte hai.

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